मेरठ के सर्वश्रेष्ठ Biomedical Engineering के बारे में जानने से पहले आपको बायोमेडिकल इंजीनियरिंग क्या है? इसे क्यों करें? इस स्ट्रीम से इंजीनियरिंग करने के बाद छात्रों के लिए क्या करियर स्कोप उप्लब्ध हैं? तथा कितना एवेरेज पैकेज मिलता हैं? जानना होगा।
Biomedical Engineering एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें विशेषज्ञ इंजीनियरिंग व लाइफ साइंस के सिद्धांतों को प्रयोग में लाते हैं और मानव व पशुओं के जीवन पर शोध के जरिए कार्य करते हैं। आज के समय में बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में रोजगार की संभावना काफी ज्यादा है। इसका एक कारण यह भी है जनसंख्या मेंं बढ़ोतरी होना। जाहिर है लोग बढ़ेंगे तो बीमारों की संख्या भी बढ़ेंगी और ऐसे में इक्विपमेंट की मांग में वृद्धि भी लाजमी है।
बायोमेडिकल इंजीनियरिंग की डिग्री आपको आर्टिफिशियल अंगों, सर्जिकल रोबोट, एडवांस्ड प्रोस्थेटिक्स, नई दवा दवाओं के डिजाइन और विकास से संबंधित ज्ञान और कौशल की जानकारी उपलब्ध करेगा।
BME के छात्रों को मेडिकल उपकरण बनाने वाली कंपनियों में प्रारंभ में 20-25 हजार रुपए प्रतिमाह आराम से मिल जाता हैं, वहीं रिसर्च एवं प्रशिक्षण संस्थान इन्हें 30-40 हजार रुपए प्रतिमाह देते हैं। प्राइवेट अस्पताल एवं क्लिनिक बायोमेडिकल इंजीनियर को 25-35 हजार प्रतिमाह व सरकारी एजेंसियां 20-22 हजार रुपए प्रतिमाह भुगतान करतें हैं।
वैसे तो आप बारहवीं के बाद भारत के किसी भी प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन ले कर आसानी से बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कर सकते है। लेकिन एक अच्छे और प्रतिष्ठित कॉलेज में दाखिला पाने के लिए आपको एंट्रेंस टेस्ट जैसे-
आदि से गुजरना होगा। अगर आप मेरठ या उत्तर प्रदेश के किसी भी बेस्ट इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते तो आपको UPCET एंट्रेंस एक्जाम तो कम से कम देना हीं होगा।
Web: महिलाएं कम समय में करें यह 5 कोर्स, सैलरी हो जाएगी दोगुनी
यहां हमने इस लेख में मेरठ के टॉप बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कॉलेज का जिक्र किया है जिसमें आप बहुत हीं आसानी से एडमिशन लेकर इंजीनियरिंग कर सकते हैं और साथ हीं बेहतर प्लेसमेंट टैकेज भी पा सकते हैं-
शोभित इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी को संक्षिप्त रूप में SIET मेरठ के नाम से भी जाना जाता है। इसे वर्ष 2006 में स्थापित किया गया था। यह UGC, NCTE, BCI और NATS द्वारा मान्यता प्राप्त है। डीम्ड यूनिवर्सिटी के रूप में AICTE द्वारा अनुमोदित है और NAAC द्वारा ‘A’ ग्रेड के साथ मान्यता प्राप्त है। SIET, AIU का सदस्य है और यह बायोमेडिकल के अलावा
आदि जैसे full-time प्रोग्राम ऑफर करता है।
एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया: 12th in Science with 50%
फीस – 110000 प्रति वर्ष
प्रवेश परिक्षा: CUET, JEE-Main, UPCET
https://www.shobhituniversity.ac.in/
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (CCS) मेरठ में स्थित है। इसकी स्थापना 1965 में ‘मेरठ यूनिवर्सिटी’ नाम से की गई थी। बाद में इसका नाम बदलकर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के नाम पर कर दिया गया। यूनिवर्सिटी को NAAC ने A++ की रेटिंग दी है।
कैंपस का परिसर 222 एकड़ की विशाल भूमि पर फैला है, तथा संस्थान इंटरनेट और वाईफाई से जुड़ा है। इसमें 20 UGC कार्यक्रम और 35 सेल्फ फाइनेंस डिपार्टमेंट हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चार लाख छात्र और 400 कॉलेज इससे जुड़े हैं। इस यूनिवर्सिटी में एक अलग इंजीनियरिंग कॉलेज है, जिसमें इंजीनियरिंग की पांच शाखाओं में बीटेक किया जा सकता है।
यहां से आप बायोमेडिकल B.Sc और M.Sc के अंतर्गत कर सकते हैं।
CCS विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा कुछ चुनिंदा प्रोग्रामों के लिए परिसर में ही आयोजित की जाती है। अधिकांश प्रोग्रामों में प्रवेश योग्यता परीक्षा के आधार पर तैयार मेरिट सूची के आधार पर दिए जाते हैं।
फीस – लगभग 25500 प्रति वर्ष
https://ccsuniversity.ac.in/ccsum/
हम आशा करते हैं कि अब आपको इस लेख में बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कॉलेज और इससे संबंधित सारी जानकारी मिल गई होंगी। करियर से जुड़ी जानकारी के लिए हमारे YouTube Channel “Top Career Study” को अभी subscribe करें। B.Tech या MBA में एडमिशन के लिए आप हमारे टॉप कैरियर स्टडी की टीम से 8383895094 पर कॉन्टैक्ट कर फ्री काउन्सलिंग भी ले सकते हैं। वेबसाइट की सभी सूचनाओं से अप-टू-डेट रहने के लिए आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM पर भी फॉलो कर सकते हैं।