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LAW की डिग्री के बाद क्या है करियर स्कोप?

LAW की डिग्री के बाद क्या है करियर स्कोप?

LLB यानी बैचलर ऑफ लॉ है। LL लैटिन भाषा से लिया हुआ शब्द है जिसका फुल फॉर्म “लेगम बेकालयुरेस” होता है। इस कोर्स में कानून से संबंधित पढ़ाई होती है। LLB करने के बाद छात्र कानूनी क्षेत्रों से जुड़ जाते हैं। जो छात्र इस कोर्स को पूरा कर लेते हैं वह बार काउंसलिंग ऑफ इंडिया (BCI) में स्वयं को पंजीकृत कर कानून का अभ्यास कर सकते हैं। 

आइए विस्तार से जानते हैं इस कोर्स की डिटेल्स और योग्यता

LLB क्या है?

एलएलबी एक 3 साल या 5 साल की अवधि वाला अंडरग्रेजुएट लॉ प्रोग्राम है जिसकी फुल फॉर्म बैचलर ऑफ़ लेजिस्लेटिव लॉ होती है। जिसकी पढ़ाई स्नातक और बारहवीं के बाद की जा सकती है। यह कानून नियमों और विनियमों का एक समूह है जिसमें छात्रों को कानूनी प्रक्रियाओं के बारे में पढ़ाया जाता है।

Highlights

  • यह 3 साल का अंडरग्रेजुएट डिग्री कोर्स होता है जिसे 6 सेमेस्टर में बांटा गया है।
  • किसी भी स्नातक डिग्री के बाद एलएलबी कोर्स किया जा सकता है।
  • स्नातक में न्यूनतम 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
  • LLB बारहवीं के बाद भी किया जा सकता है जिसका कोर्स अवधी 5 साल का होता है जिसमें 10 सेमेस्टर होते हैं ।  
  • एल.एल.बी किसी भी सब्जेक्ट जैसे पीसीएम, पीसीबी, आर्ट्स या कॉमर्स के बाद किया जा सकता है परंतु यदि छात्र ने प्रारंभ से हीं लॉ करने का सोच रखा है तो उसे आर्ट्स लेना चाहिए
  • यदि कई छात्र बीकॉम/ बीए/ बीएससी/ बीटेक के बाद लॉ करने की इच्छुक है तो वह यह कोर्स कर सकते हैं।
  • एल.एल.बी के बाद कुछ छात्र एल एल एम भी करते हैं जो की 2 साल की मास्टर डिग्री होती है।
  • इस कोर्स को पूरा करने के बाद एवरेज सैलरी पैकेज 3 लाख से 1 करोड़ तक की प्रतिवर्ष होती है।
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LLB की पढ़ाई क्यूं करें? 

क्योंकि कानून की डिग्री छाञ को सिर्फ एडवोकेट हीं नहीं बल्कि राजनेता, प्रबंधक, पत्रकार या राजनयिक बनने के लिए भी आवश्यक कौशल विकसित करने में मदद कर सकती है। कानून में डिग्री के साथ, छात्र लगभग किसी भी पेशे के लिए अच्छी तरह से केपेबल होते हैं। इसके लिए बौद्धिक शक्ति और व्यावहारिक दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है।

कानून का अध्ययन कई प्रकार के कौशल को विकसित करता है। यह सोचने और सामाजिक विज्ञान के संपूर्ण क्षेत्र में व्यक्ति की समझ को मजबूत करता है। जिससे छात्र उन क्षेत्रों में आवश्यक विस्तार और गहराई दोनों हासिल कर लेते हैं जिनमें उनकी रुचि होती है।

भारत के वे कॉलेज जो लॉ ऑफर करते हैं?

National Law School of India University, National Law University, NALSAR University of Law, The West Bengal National University of Juridicial Sciences, Jamia Millia Islamia – New Delhi, Symbiosis Law School – Pune आदि ये कुछ भारत के टॉप कॉलेजेज हैं जिनकी NIRF रैंकिंग भी काफी अच्छी है। 

अगर आप नोएडा में अच्छा लॉ कॉलेज सर्च कर रहें तो हमारे यू ट्यूब चैनल टॉप केरियर स्टडी को भी विजीट कर सकते हैं।

क्या लॉ की पढ़ाई कठिन है?

कानून के क्षेत्र में जितने केरियर स्कोप हैं उतना हीं यह चुनौतीपुर्ण भी है। कानून की पढ़ाई करते समय छात्रों को कई चुनौतियों सामना करना पड़ता है क्योंकि इसमें छात्र को सभी कानूनों और अधिकारों की जानकरी रखना आवश्यक हो जाता है।

एलएलबी के दौरान क्या पढ़ते हैं छात्र?

एलएलबी की डिग्री हासिल करने वाले उम्मीदवारों को श्रम कानून, बौद्धिक संपदा अधिकार, कॉर्पोरेट विदि, कुटुंब विधि, आपराधिक विधि, मानवाधिकार और अंतरराष्ट्रीय कानून जैसे विषयों का अध्ययन करना होता है। बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ कार्यक्रम के दौरान, उम्मीदवार को मूट कोर्ट में भाग लेने और इंटर्नशिप करने का मिलता है।

उदाहरण के लिए, दिल्ली विश्वविद्यालय में एक मूट कोर्ट सोसाइटी है, जहाँ छात्र अपने लीगल स्किल में सुधार कर सकते है। कई लॉ कॉलेजों, विशेष रूप से अच्छे कॉलेजों में, समाज के कमजोर वर्गों के लोगों के लिए नि:शुल्क गतिविधियाँ चलाने के लिए लीगल सहायता समितियां भी हैं। छात्र इन समितियों के सदस्य बनकर कई महत्वपूर्ण बातें सीखते हैं।

एलएलबी के छाञो मूट कोर्ट की आवश्कता क्यों है?

मूट कोर्ट एक ऐसी व्यवस्था है जहाँ कानून की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को अदालत में होने वाली कारवाही, अदालत की कार्य प्रक्रिया, नियमों आदि के बारें में बताया जाता है। दरअसल यह एक प्रकार का सेटअप होता है जहाँ से छात्र  भविष्य के लिए कानून के अच्छे जानकर, अच्छे वक्ता और एक अच्छे अधिवक्ता बनकर निकलते हैं।

छाञ एलएलबी की डिग्री पूरी होने के बाद अपने पसंद के अनुसार टॉपिक का चयन करते हैं और अपने पसंदीदा एडवोकेट के अंडर में as a junior advocate के रूप काम की शुरुआत करते हैं।

एलएलबी के बाद क्या करें?

वैसे तो एलएलबी की डिग्री पूरी करने के बाद केरियर की शुरुआत कर सकते हैं जैसा कि हमने इसके पहले पंक्ति में बताया है। इस क्षेत्र में सफलता के जिस स्तर तक पहुंचा जा सकता है इसकी कोई सीमा नहीं है।

पूर्व में स्वर्गीय राम जेठमलानी और अरुण जेटली जैसे वकीलों ने बहुत लोकप्रियता हासिल की, वर्तमान में हरीश साल्वे और आर्यमा सुंदरम जैसे दिग्गज एडवोकेट भी प्रेरणा के स्त्रोत बने हुए हैं, साथ हीं पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई आदि की सफलता यह बताने के लिए काफी है कि इस पेशे में आकाश की ऊँचाइयों तक पहुँचा जा सकता है। 

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एलएलबी की डिग्री पूरी करने के बाद, व्यक्ति कई तरह की भूमिकाओं जैसे कॉर्पोरेट वकील, जज, कानूनी सलाहकार, कानूनी प्रबंधक- के रूप में काम कर सकते हैं। इसके अलावा लॉ में मास्टर डिग्री यानि एलएलएम भी कर सकते हैं।

हालाँकि, कौन कितनी सफलता अर्जित करता है, यह उनके खुद के स्किल्स के स्तर, चुने गए पेशे और अनुभव जैसे कारकों पर निर्भर करता है।

हम आशा करते हैं कि अब आपको इस लेख में लॉ और इससे संबंधित सारी जानकारी मिल गई होंगी। करियर से जुड़ी जानकारी के लिए हमारे YouTube Channel “Top Career Study” को अभी subscribe करें। B.Tech या MBA में एडमिशन के लिए आप हमारे टॉप कैरियर स्टडी की टीम से 8383895094 पर कॉन्टैक्ट कर फ्री काउन्सलिंग भी ले सकते हैं। वेबसाइट की सभी सूचनाओं से अप-टू-डेट रहने के लिए आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM पर भी फॉलो कर सकते हैं।

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