पुणे के सर्वश्रेष्ठ mechanical Engineering के बारे में जानने से पहले आपको मैकेनिकल इंजीनियरिंग क्या है? इसे क्यों करें? इस स्ट्रीम से इंजीनियरिंग करने के बाद छात्रों के लिए क्या करियर स्कोप उप्लब्ध हैं? छात्रों को कितना एवेरेज पैकेज मिलता हैं? जानना होगा।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग क्या है?
18वीं शताब्दी में यूरोप में औद्योगिक क्रांति के दौरान mechanical Engineering एक क्षेत्र के रूप में उभरा; हालाँकि, दुनिया भर में इसके विकास का पता कई हज़ार वर्षों में लगा। 19वीं शताब्दी में, फिजिक्स में विकास के कारण मैकेनिकल इंजीनियरिंग विज्ञान का विकास हुआ। अर्थात यह इंजीनियरिंग की सबसे पुरानी और बड़ी शाखाओं में से एक है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में छात्रों को मशीनों की बनावट निर्माण आदि के बारे में अध्ययन कराया जाता है।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग दुनिया की सबसे पुरानी इंजीनियरिंग स्ट्रीम है। क्योंकि मैकेनिकल उपकरणों का अविष्कार सबसे पहले होना शुरू हो गया था इसके लिए किसी तरह की बिजली या किसी अन्य वस्तु की जरुरत नहीं पड़ती थी। इसीलिए मैकेनिकल इंजीनियरिंग की शाखा सबसे पुरानी होने के साथ साथ बहुत बड़ी भी है। किसी भी कंपनी में प्लांट के ऑपरेशन्स में प्रोडक्शन ऑपरेट करने के लिए, मेन्टेन्स करने के लिए जिस इंजीनियर की आवश्यकता पड़ती है उसे हीं मैकेनिकल इंजीनियर कहा जाता हैं|
इसे क्यों करें?
मैकेनिकल इंजीनियरिंग एक ऐसा स्ट्रीम है जिसमें छात्रों को मशीनों से जुड़े सभी कामो को सिखाया तथा उनके बारे में सभी जानकारियां दी जाती हैं| जैसे मशीन कैसे ज्यादा काम कर सकती है। मशीनो के टूल्स के बारे में सभी जानकारी दी जाती है। शाखा बड़ी और बेहद पुरानी होने के कारण छात्रों के लिए आकर्षक करियर भी खुलते हैं।
इस स्ट्रीम से इंजीनियरिंग करने के बाद छात्रों के लिए क्या करियर स्कोप उप्लब्ध हैं?
मैकेनिकल इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स, कंस्ट्रक्शन, सिस्टम, प्रोडक्शन या डिजाइनिंग की इंडस्ट्री में काम कर सकते हैं। छात्र चाहे तो B.Tech के बाद M.Tech कर PhD का विकल्प भी आप चुन सकते हैं या फिर यूनिवर्सिटी और ऑर्गेनाइजेशन में रिसर्चर बन किसी नये खाज में अपना योगदान दे सकते हैं।
इसके अलावा, इंडस्ट्री में कुछ वर्षों के अनुभव के बाद एमबीए या मास्टर ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज जैसी डिग्री भी प्राप्त कर सकते हैं ताकि वे हायर पद के लिए एलिजिबल हो सकें।
छात्रों को कितना एवेरेज पैकेज मिलता हैं?
वैसे तो एक मैकेनिकल इंजीनियर को शुरुआत में एक फ्रेशर के तौर पर 3 से 10 लाख तक का औसत सैलरी पैकेज आसानी मिल जाता है। लेकिन जैसे जैसे एक्सपीरियंस बढ़ता जाता है वैसे वैसे आय में भी बढ़ोतरी होती जाती है।
आवश्यक योग्यता क्या है?
अगर बात कि जाए मैकेनिकल इंजीनियरिंग के लिए योग्यता की तो इसके लिए आप बारहवीं साइंस (Physics, Chemistry और Mathematics) में कम से कम 50% से 60% अंक के साथ पास होने चाहिये क्योंकि PCM स्ट्रीम के छात्र हीं किसी भी इंजीनियरिंग कॉलेज के मैकेनिकल इंजीनियरिंग शाखा में दाखिला ले सकते हैं।
आवश्यक प्रवेश परिक्षा-
वैसे तो आप बारहवीं के बाद भारत के किसी भी प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन ले कर आसानी से इंजीनियरिंग कर सकते है। लेकिन एक अच्छे और प्रतिष्ठित कॉलेज में दाखिला पाने के लिए आपको एंट्रेंस टेस्ट से गुजरना होगा। अगर आप पुणे के किसी भी बेस्ट इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते तो आपको MHT CET एंट्रेंस एक्जाम देना होगा।
अगर आप पुणे में सर्वश्रेष्ठ मैकेनिकल इंजीनियरिंग कॉलेज की तलाश में हैं तो आप बिल्कुल सही स्थान पर हैं। इस लेख में हमने पुणे के टॉप 5 मैकेनिकल इंजीनियरिंग कॉलेज का जिक्र किया है-
कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग पुणे (COEP)
इंजीनियरिंग कॉलेज पुणे, इसे संक्षिप्त रूप में COEP कहा जाता है, यह एक ऑटोनॉमस इंजीनियरिंग संस्थान है। महाराष्ट्र के सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय से एफिलिएटेड है। इसकी स्थापना 1854 में हुई थी और यह कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, गिंडी चेन्नई (1794) और आईआईटी रूड़की (1847) के बाद एशिया के सबसे पुराने इंजीनियरिंग कॉलेजों में से एक है।
यह इंजीनियरिंग के लिए पुणे का टॉप संस्थान है। यहां छात्रों को सीईटी परीक्षा के आधार पर प्रवेश दी जाती है। पुणे में इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों और पूर्व छात्रों को बोलचाल की भाषा में COEPians के रूप में जाना जाता है। 1950 के दशक की शुरुआत में कॉलेज के अध्ययन मॉडल को “पूना मॉडल” कहा जाता था।
कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग पुणे, पुणे के मध्य में शिवाजी नगर में और मुला और मुथा नदियों के संगम पर स्थित है।
ट्यूशन फीस: ₹361,400
प्रवेश परिक्षा: JEE-MAIN, MHT-CET
ढोले पाटिल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग
ढोले पाटिल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (DPCOE) पुणे, भारत में महाराष्ट्र का एक टॉप इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेज है। DPCOE की स्थापना 2008 में अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार उच्च गुणवत्ता वाले तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करने और वर्तमान वैश्विक आवश्यकताओं को पूरा करने वाले छात्रों को तैयार करने में मदद करने के लिए की गई थी। यह कॉलेज पुणे विश्वविद्यालय से एफिलिएटेड एक इंजीनियरिंग स्कूल है।
आज यह संस्था शिक्षा के साथ साथ खेल और सामाजिक गतिविधियों में भी पुणे के कॉलेजों में शिक्षा के क्षेत्र में आगे है। DPCOE के पास देश की सर्वोत्तम सुविधा और प्रॉपर इंफ्रास्ट्रक्चर, टेक्निकल सपोर्ट और फैसिलिटी हैं।
छात्रों को सॉफ्ट स्किल, ग्रुप डिस्कशन, एप्टीट्यूड टेस्ट स्किल्स और इंटरव्यू टेक्निक्स में सुधार करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। DPCOE ने बहुत ही कम समय में कई प्रमुख कंपनियों में छात्रों को एक अच्छा प्लेसमेंट दिलाने में कामयाब रहा है।
ट्यूशन फीस: ₹324,404
प्रवेश परिक्षा: JEE-MAIN, MHT-CET
भारती विद्यापीठ डीम्ड यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग
पुणे में भारती विद्यापीठ डीम्ड यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (BVP) की स्थापना अगस्त 1983 में हुई थी। 1983 से 2000 तक यह पुणे विश्वविद्यालय से एफिलिएटेड था।
जुलाई 2000 में, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC), अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) और NBA द्वारा मान्यता प्राप्त और अनुमोदित होने के बाद भारती विद्यापीठ विश्वविद्यालय का एक घटक कॉलेज बन गया। कॉलेज को NAAC द्वारा A++ मान्यता प्राप्त है। विश्वविद्यालय विभिन्न क्षेत्रों में बी.टेक और एम.टेक पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
ट्यूशन फीस: ₹485,800
प्रवेश परिक्षा: JEE-MAIN, MHT-CET
https://www.bvuniversity.edu.in/
सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
पुणे में सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (SIT) की स्थापना 2008 में हुई थी। यह सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी का हिस्सा है। SIT पुणे एक मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय है। संस्थान प्रौद्योगिकी और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक कार्यक्रम के साथ-साथ इंजीनियरिंग में एम.टेक कार्यक्रम भी प्रदान करता है। NAAC से इस कॉलेज को A ग्रेड मिला है।
SIT कुछ great foreign universities 1.लीड्स विश्वविद्यालय, इंग्लैंड; 2.वेस्टर्न यूनिवर्सिटी, कनाडा; 3.एरिज़ोना स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए; 4. क्वींसलैंड विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया, के साथ collaboration कर रही है। कॉलेज छात्रों के लिए स्टार्ट-अप और इंटर्नशिप भी शुरू करता है। यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर भी बहुत अच्छा है। पुराने छात्रों से इसे फाइव स्टार मिले हैं। library में 11000 से अधिक books है। यहां स्पोर्ट्स की भी सारी सुविधाएं मौजुद हैं।
ट्यूशन फीस: ₹1,040,000
प्रवेश परिक्षा: JEE-MAIN, MHT-CET
Web1: महिलाएं इन टिप्स को अपनाकर कर सकती हैं करियर ग्रोथ
एमआईटी एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग MIT AOE
महाराष्ट्र इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग भारत में सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय से एफिलिएटेड एक ऑटोनॉमस इंजीनियरिंग स्कूल है तथा इसे NAAC और NBA द्वारा “A” ग्रेड प्राप्त है।
इसकी स्थापना 1999 में हुई थी और यह AICTE द्वारा अनुमोदित और मान्यता प्राप्त है। यहां अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट दोनों कार्यक्रम प्रदान किया जाता है। एमआईटी एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग इंटर्नशिप सेल विभिन्न बहुराष्ट्रीय कंपनियों में प्लेसमेंट के साथ छात्रों का समर्थन करता है।
छात्रों के पास आधुनिक और अत्याधुनिक सुविधाएं हैं, जिनमें पूरी तरह से एकीकृत प्रयोगशालाएं, अद्यतन शिक्षण सामग्री के साथ पुस्तकालय, एक विशाल और अच्छी तरह से सुसज्जित स्वच्छता कैंटीन, सभी प्रकार के सेमिनारों के लिए ऑडियो और वीडियो सुविधाओं के साथ एक प्रथम श्रेणी और ध्वनिरोधी सभागार शामिल हैं। और सम्मेलन.
ट्यूशन फीस: ₹622,948
प्रवेश परिक्षा: JEE-MAIN, MHT-CET
हम आशा करते हैं कि अब आपको इस लेख में mechanical Engineering और इससे संबंधित सारी जानकारी मिल गई होंगी। करियर से जुड़ी जानकारी के लिए हमारे YouTube Channel “Top Career Study” को अभी subscribe करें। B.Tech या MBA में एडमिशन के लिए आप हमारे टॉप कैरियर स्टडी की टीम से 8383895094 पर कॉन्टैक्ट कर फ्री काउन्सलिंग भी ले सकते हैं। वेबसाइट की सभी सूचनाओं से अप-टू-डेट रहने के लिए आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM पर भी फॉलो कर सकते हैं।