इंजीनियरिंग क्या है?
चीजों को डिजाइन करने या बनाने के लिए जिस विज्ञान और गणित का उपयोग करते हैं उसे हीं Engineering कहते है। इंजीनियर आमतौर पर चीजों का डिजाइन या निर्माण करते हैं। कुछ इंजीनियर तकनीकी समस्याओं को हल करने के लिए भी अपने कौशल का उपयोग करते हैं।
वैसे तो हर एक इंसान अपने घर में पड़े खराब या अच्छे वस्तु पर अपनी कला का प्रदर्शन करते रहते हैं। लेकिन जो कोई भी इंसान इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर चुका हो, जिसे कुछ नया आविष्कार करने या डिजाइन करने का ज्ञान हो और मशीनों या जटिल सिस्टम की समझ हो है उसे इंजीनियर कहा जाता है। Engineer शब्द लैटिन भाषा के दो शब्दों Ingeniare और Ingenium से मिलकर बना है।
इंजीनियरिंग कोर्स की मुख्य दो श्रेणियां हैं –
- Undergraduate
- Post Graduate
अंडर ग्रैजुएशन के अंतर्गत दो और कोर्सेस आते हैं जो इस प्रकार है-
- Diploma in Engineering
- Bachelor of Engineering (B.E.) या Bachelor of Technology (B.Tech.)
Diploma in Engineering 10th के बाद किया जा सकता है जिसका कोर्स अवधि 3 साल का होता है। कोर्स कम्प्लिट होने के बाद अगर छाञा B.Tech. करना चाहे तो वह डाइरेक्ट 2nd इयर में एडमिशन ले सकते हैं।
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इंजीनियरिंग के प्रकार
सिर्फ इंजीनियरिंग करूंगा या करुंगी कह देना भर हीं काफी नहीं है, क्योंकि इंजीनियरिंग का क्षेत्र बहुत विशालकाय है, आप अलग-अलग विषयों और अलग-अलग क्षेत्रों में इंजीनियरिंग कर सकते हैं। इंजीनियरिंग के बहुत से ऐसे कोर्सस है जिनकी जानकारी लोगों को नहीं होती है, जैसे कि हो सकता है कुछ लोगों को पता ना हो पर इंजीनियरिंग के कुछ ऐसे कोर्स भी है, जहां बायोलॉजी से भी इंजीनियरिंग की जा सकती है। बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, बायोमिमेटिक्स, बायोलॉजिकल सिस्टम इंजीनियरिंग, बायोप्रोसेस इंजीनियरिंग, सेलुलर इंजीनियरिंग जैसे कोर्सस शामिल हैं।
इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जाने की सोचने वालों के लिए जरूरी है कि उन्हें जानकारी हो इंजीनियरिंग के अंतर्गत आने वाले सभी कोर्सेज कौन कौन सी है, ताकि वह सही फैसला ले सकें और अपने पसंद के मुताबिक कोर्स का चयन कर सकें। केमिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, सोलर इंजीनियरिंग, विंड एनर्जी इंजीनियरिंग, नैनो टेक्नोलॉजी, एनवायरमेंटल इंजीनियरिंग, मरीन इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग आदि जैसे ये कुछ इंजीनियरिंग के कोर्सेस हैं। इंजीनियरिंग के कुल 20 ब्रांचेज है जिसमें छाञ अपने इंटरेस्ट के हिसाब से एडमिशन ले सकता है।
इंजीनियरिंग का कौन सा स्ट्रीम है सबसे लोकप्रिय?
वैसे तो सभी स्ट्रीम अपने आप में एक अहम स्थान रखता है लेकिन इंजीनियरिंग के कुछ कोर्सेस ऐसे भी है जो लोकप्रिय होने के साथ साथ कठिन भी है एडमिशन पाना। जैसे;
- कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग
- रोबोटिक इंजीनियरिंग
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- सोलर इंजीनियरिंग
- विंड एनर्जी इंजीनियरिंग
- नैनो टेक्नोलॉजी
- एनवायरमेंटल इंजीनियरिंग
- मरीन इंजीनियरिंग।
इंजीनियरिंग के किस स्ट्रीम में है सबसे ज्यादा स्कोप?
अगर बात करें Engineering के उस ब्रांच की जिसमें जॉब के सबसे ज्यादा स्कोप होते हैं तो उसमें मुख्य रुप से कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग आदि शामिल है। लेकिन इंजीनियरिंग की ब्रांच चुनते वक्त आपको हमेशा अपने दिलचस्पी का ध्यान रखना चाहिए। अगर आप किसी ऐसे ब्रांच में एडमिशन ले लेते हैं जिसमें आपको कोई इंटरेस्ट या जानकारी नहीं है तो आगे पढ़ाई करना मुश्किल हो सकता है।
आवश्यक योग्यता क्या है?
अगर बात कि जाए इंजीनियरिंग के लिए योग्यता की तो इसके किसी भी ब्रांच के लिए आप बारहवीं साइंस में पास होने चाहिये क्योंकि साइंस स्ट्रीम के छात्र हीं इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला ले सकते हैं। वै से तो इंजीनियरिंग की ज्यादा ब्रांच Physics, Chemistry और Mathematics से मिलता है लेकिन कुछ कोर्स ऐसे भी है जो बायोलॉजी से भी किया जा सकता है। उन कोर्सेस का जिक्र हमने उपर की पंक्ती में हीं कर दिया है।
इंजीनियरिंग कहां से करें?
वैसे तो आप बारहवीं के बाद भारत के किसी भी प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन ले कर आसानी से इंजीनियरिंग कर सकते है। लेकिन एक अच्छे और प्रतिष्ठित कॉलेज में दाखिला पाने के लिए आपको एंट्रेंस टेस्ट से गुजरना होगा। अगर आप भारत के बेस्ट इंजीनियरिंग कॉलेज IIT और NIT में एडमिशन लेना चाहते तो आपको JEE Main और JEE Advance का कट- ऑफ क्लियर करना होगा। जेईई एडवांस के लिए वे छाञ हीं क्वालिफाइड होते हैं जिनके जेईई मेन की रैंकिंग 250000 के अंदर हो। इसके अलावा आप WBJEE, BITSAT, UPSEE, MHTCET, VIT और इंजीनियरिंग में M.Tech. के लिए गेट जैसे एंट्रेंस एक्जाम भी दे सकते हैं।
आप इन एक्जाम को क्लियर करके भारत के किसी भी प्रतिष्ठित कॉलेज में एडमिशन ले सकते हो। अगर बात करें एलिजिबीलिटी क्राइ़टेरिया तो यह आपके सब्जेक्ट स्ट्रीम और कास्ट कैटेगरी पर निर्भर करता है। नीचे दिए फोटो में JEE Main का कट ऑफ देख सकते हैं:-
भारत का बेस्ट इंजीनियरिंग कॉलेज कौन है?
आईआईटी मद्रास, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी कानपुर, आईआईटी रूड़की आदि भारत के शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजों की सुची में सबसे आगे है जिन्हें एनआईआरएफ रैंकिंग 2023 के अनुसार सर्वश्रेष्ठ स्थान मिला है, आईआईटी मद्रास ने नंबर 1 स्थान बरकरार रखा है।
इंजीनियरिंग करने के बाद कितना मिलता है सैलरी पैकेज?
इंजीनियरिंग के बाद आसानी से औसत सैलरी 2.5 लाख से 5 लाख तक की मिल जाती है। लेकिन वहीं अगर आप किसी प्रतिष्ठित कॉलेज से इंजीनियरिंग करते हैं तो आपको अपने पहले जॉब में हीं करोड़ों का पैकेज मिल सकता है।
एग्जाम्पल के लिए अगर पिछले साल के दिसम्बर में हुए आईआईटी प्लेसमेंट में IIT Delhi का प्लेसमेंट रिकॉर्ड देखें तो इस प्लेसमेंट के पहले दिन 1200 छात्रों को जॉब ऑफर मिले, इसमें एक छात्र को मल्टीनेशनल कंपनी ने 3.5 करोड़ सालाना का पैकेज ऑफर किया। वहीं 50 छात्रों को एक करोड़ या उससे ज्यादा का जॉब ऑफर मिला।
प्लेसमेंट पैकेज में एक अहम योगदान आपके स्ट्रीम और योग्यता का भी होता है। कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग इंजीनियर, बिग डेटा इंजीनियर, मैकेनिकल इंजीनियर, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियर जैसे कोर्स में 5 से 10 लाख तक का औसत सैलरी पैकेज मिल जाता है।
हम आशा करते हैं कि अब आपको इस लेख में MBA और इससे संबंधित सारी जानकारी मिल गई होंगी।
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